लेखनी प्रतियोगिता -31-Dec-2022 2022 लाया मेरे लिए खुशियां
शीर्षक-2022 लाया मेरे लिए खुशियां
2022 लाया मेरे लिए खुशियां,
दिखाया मुझे सपनों का रास्ता,
कोई आया और मेरे अरमानों को जगाया।
2022 बना मेरे लिए मिसात,
जला गया मन में एक मिसाल,
खुशियों से भर गया आंचल,
दी मेरे सपनों को उड़ान।
पहचानी मेरी काबिलियत,
भरा मुझमें हौसला,
सपनो को लेकर कदम बढ़ा,
जल तू अब बनकर शमा।
जब अपने सपनों के लिए बढ़ी,
रिश्ते हमें छोड़ने लगे,
फिर भी करीब कोशिश,
किसी एक को चुनने को कहा।
ना हारी आगे बढ़ती रही,
तोड़ने लगे मेरी आस,
फिर भी हिम्मत न हारी,
कामयाबी की मशाल जलाई।
किसी ने जहर पिलाया,
किसी ने अमृत पान कराया,
कैसी-कैसी कसौटी से चलना पड़ा
फिर भी खुद को परखती रही।
2022 लाया कितने इम्तिहान,
हर रोज वही आंसुओं की धारा,
किसी ने ना हाथ थामा,
मतलबी कहकर सुना जाता।
लेकिन ना छोड़े मैंने हौसले,
बुलंदियों को छुएं मेरे सपने,
कुछ अपने टूटे कुछ पराए जुड़े,
खट्टी मीठी यादों के ताने बुने।
2022 तेरी याद आएगी,
तूने मुझे बहुत कुछ सिखाया,
मेरे सपनों में दी ऊंचाइयां,
खुशियों की भरी दरमियां।
ऐसा साल हर बार आए,
जीवन में खुशियां छाए,
हर सपनों को मुकाम मिले,
जीवन की नई राह सिखाएं।
लेखिका
प्रियंका भूतड़ा
Shashank मणि Yadava 'सनम'
14-Jan-2023 11:58 AM
Wahhh बहुत ही खूबसूरत
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Varsha_Upadhyay
03-Jan-2023 07:54 PM
शानदार
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Sachin dev
02-Jan-2023 06:24 PM
Wonderful 👍
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